Organization of a Workshop on the Cost and Competitiveness of Micro, Small, and Medium Enterprises (MSMEs) in India
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार के विकास आयुक्त (एमएसएमई) कार्यालय द्वारा “भारत में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) की लागत एवं प्रतिस्पर्धात्मकता” विषय पर एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य भारत के एमएसएमई क्षेत्र के समक्ष आती चुनौतियों पर विचार-विमर्श कर ऐसे ठोस सुझाव तैयार करना था, जिनसे इन उद्यमों की लागत क्षमता में सुधार हो तथा वे वैश्विक स्तर पर अधिक प्रतिस्पर्धी बन सकें।
इस कार्यशाला में एमएसएमई मिनिस्ट्री से माननीय संयुक्त सचिव महोदया सिम्मी चौधरी जी , विकास आयुक्त (एमएसएमई) कार्यालय, मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, करनाल से एमएसएमई डीएफओ से माननीय अतिरिक्त विकास आयुक्त संजीव चावला जी सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में कॉन्फेडरेशन ऑफ बहादुरगढ़ इंडस्ट्रीज (कोबी) से अध्यक्ष प्रवीण गर्ग, उपाध्यक्ष विपिन बजाज, महासचिव प्रदीप कौल, संयुक्त सचिव सुरेंद्र वशिष्ठ सहित कोबी के माननीय कार्यकारिणी सदस्य पुरुषोत्तम गोयल, दीपक शर्मा, रवि चमड़िया, तिलक राज गर्ग, विजेंदर गुलाटी, राजेश गर्ग, योगेश कुमार, गुरमीत सिंह, अमरीक सिंह लाल, अमृत गोयल, विकास गुप्ता, दीपक साहनी, रोहित आर्य, ऋषि सैनी, तरसेम अरोरा, नरेंद्र सिंघला, आयुष कपूर, बिमल बत्रा सहित अन्य माननीय सदस्यों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
कन्फेडरेशन ऑफ बहादुरगढ़ इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष प्रवीण गर्ग ने इस अवसर पर झज्जर जिले के उद्योगों की समस्याओं और व्यावहारिक चुनौतियों को विस्तार से प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि एमएसएमई क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और इसकी लागत दक्षता को बढ़ाने के लिए सरकार और उद्योगों के बीच निरंतर संवाद आवश्यक है।
कन्फेडरेशन ऑफ बहादुरगढ़ इंडस्ट्रीज के माननीय कार्यकारिणी सदस्य पुरुषोत्तम गोयल ने मंच के माध्यम से उद्योग जगत की वास्तविक समस्याओं और सुझावों को मंत्रालय के अधिकारियों के समक्ष प्रभावी ढंग से रखा। उन्होंने वित्तीय सहायता की आसान उपलब्धता, ब्याज दरों में स्थिरता, आधारभूत ढांचे के विकास तथा नीतिगत प्रक्रियाओं को सरल बनाने जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विशेष जोर दिया।
कार्यशाला में उपस्थित करनाल से एमएसएमई डीएफओ से माननीय अतिरिक्त विकास आयुक्त संजीव चावला जी एवं अन्य अधिकारियों ने उद्योग प्रतिनिधियों द्वारा रखे गए सुझावों की सराहना करते हुए उन्हें नीति निर्माण में सम्मिलित करने का आश्वासन दिया।
एमएसएमई मिनिस्ट्री से माननीय संयुक्त सचिव महोदया सिम्मी चौधरी जी ने भी उद्यमियों द्वारा प्रस्तुत समस्याओं और सुझावों को गंभीरता से सुनते हुए उन पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम के अंत में कन्फेडरेशन ऑफ बहादुरगढ़ इंडस्ट्रीज की टीम ने मंत्रालय के अधिकारियों का धन्यवाद व्यक्त किया और कहा कि इस प्रकार के संवाद एमएसएमई क्षेत्र को सशक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होंगे।
आभार
टीम कोबी








