COBI Delegation Invited as a Speaker in a Grand MSME Conclave at Maharshi Dayanand University, Rohtak – A New Direction for MSMEs and Industry
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में लागू नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी 2.0 को और बेहतर तरीके से समझने तथा इसके विभिन्न आयामों पर विचार-विमर्श करने के उद्देश्य से अमर उजाला द्वारा महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक में एक भव्य कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया।
इस कॉन्क्लेव में जिला संयोजक एवं झज्जर जिले के सभी उद्योगों का नेतृत्व करते हुए कॉन्फेडरेशन ऑफ बहादुरगढ़ इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष श्री प्रवीण गर्ग, संयुक्त सचिव श्री सुरेंद्र वशिष्ठ तथा कोषाध्यक्ष श्री अशोक कुमार मित्तल ने बतौर पैनलिस्ट भागीदारी निभाई और उद्योग जगत की ओर से अपना सारगर्भित वक्तव्य रखा।
कॉन्क्लेव का मुख्य उद्देश्य एमएसएमई को बढ़ावा देना था। चर्चा के दौरान यह स्पष्ट किया गया कि जीएसटी 2.0 सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों तथा करदाताओं के लिए एक नई रोशनी लेकर आया है, जिससे न केवल रोज़गार उत्पादन में बढ़ोतरी होगी, बल्कि राजस्व में भी वृद्धि सुनिश्चित होगी। साथ ही यह भी कहा गया के यदि औद्योगिक क्षेत्रों में बुनियादी ढांचा ठीक होगा तो उत्पादन में वृद्धि होगी और रेवन्यू भी बढ़ेगा तो इन बिंदुओं पर भी ध्यान देना आवश्यक है।
इस अवसर पर एमएसएमई विभाग के प्रतिनिधियों ने भी अपने-अपने विचार रखे और विभाग द्वारा चलाई जा रही महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी दी। यह बताया गया कि यदि एमएसएमई उद्योग इन योजनाओं का लाभ उठाते हैं तो वे अपने उत्पादन स्तर को बढ़ा सकते हैं, जिससे उनकी प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता में वृद्धि होगी और वैश्विक स्तर पर भारतीय उत्पादों को नई पहचान मिलेगी।
उद्योग जगत के प्रतिनिधियों ने अपने वक्तव्यों में कहा कि जब उद्योग बढ़ेगा तो हमारे देश की अर्थव्यवस्था भी मज़बूत होगी और “आत्मनिर्भर भारत” के सपने को साकार करने में जीएसटी 2.0 एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
कॉन्क्लेव के दौरान जीएसटी 2.0 के सरलीकरण, अनुपालन की सहजता, पारदर्शिता, एमएसएमई की भूमिका, उद्योग जगत की चुनौतियाँ तथा उनके समाधान जैसे अनेक अहम मुद्दों पर गहन चर्चा हुई।
अंत में, सभी पैनलिस्टों एवं विशेषज्ञों ने यह संदेश दिया कि सरकार और उद्योग जगत मिलकर जब कार्य करेंगे, तो भारत की औद्योगिक प्रगति और राजस्व वृद्धि दोनों सुनिश्चित होंगी।
आभार
टीम COBI



